"जीवन के इन आड़े टेढ़े मोडो पर
कुछ अजनबी टकरा जाते हैं
साथ बिताए वो चन्द लम्हे
एक याद बनकर रह जाते हैं"
"अच्छे बुरे की सोच से उपर
उमंग से हम सब मिलते हैं
बस चलते हैं साथ चार पल
फिर इन मोडो पर बिछड़ जाते हैं"
याद टीस बनकर दिल में रहती है
संग लहू के दिल-ओ-दिमाग़ में बहती है
जीने नहीं देती ये उम्र भर हमको
हर क्षण में उनको ढूँढती रहती है"
"ऐसा साथ कोई ना पाए
जो खुशी से ज़्यादा गम दे जाए
दो पल साथ चल कर साथी
उम्र भर के लिए बिछड़ जाए"
"अक्स"
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment